क्या कहूं कि लब खामोश हैं, बैचेन है शब्द, कलम उदास है। क्या कहूं कि लब खामोश हैं, बैचेन है शब्द, कलम उदास है।
एक टूटा तारा आसमान पर मैं इससे ज्यादा कुछ भी नहीं। एक टूटा तारा आसमान पर मैं इससे ज्यादा कुछ भी नहीं।
दीदार अगर तेरा हो जाए, तो ऐसे कई "नीरज" तुम पर कुर्बान हों। दीदार अगर तेरा हो जाए, तो ऐसे कई "नीरज" तुम पर कुर्बान हों।
मानो या ना मानो अनकहे, अनदेखे,अनसुने पर कर विश्वास, जनता को होगा जागना राम,कृष् मानो या ना मानो अनकहे, अनदेखे,अनसुने पर कर विश्वास, जनता को होगा जा...
आसमान खामोश हो गया लगता है, अपने में ही खोया, जाने क्या बात है, परेशां सारी रात है। आसमान खामोश हो गया लगता है, अपने में ही खोया, जाने क्या बात है, परेशां ...
चांद भी फीका है उजालो भरी कोई रात नहीं गम भरी जिंदगी में खुशी वाली कोई बात नही। चांद भी फीका है उजालो भरी कोई रात नहीं गम भरी जिंदगी में खुशी वाली कोई बात नह...